स्मार्टफोन और इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग से ऐप्स का कारोबार तेजी से बढ़ा है। कई बार यूजर जल्दबाजी में ऐसे ऐप इंस्टाल कर लेते हैं, जिनसे उनकी गोपनीय जानकारी चोरी हो जाती है। ऐसे में फर्जी ऐप्स की पहचान करना जरूरी है।

डवलपर : ऐप इंस्टाल करने से पहले एडिटर चॉइस और टॉप डवलपर्स देखें। ऐप की वेबसाइट पर जाकर भी जानकारी हासिल कर सकते हैं।

संख्या : ऐप डाउनलोड करने से पहले देखना चाहिए कि इसे कितनी बार डाउनलोड किया जा चुका है। यदि कम डाउनलोड है तो इंस्टाल न करें। क्योंकि इसे ज्यादातर लोगों ने सुरक्षित नहीं माना।

आइकन : गूगल प्ले स्टोर पर ढेरों मोबाइल ऐप्स होते हैं। यदि आइकन या स्पेलिंग में गड़बड़ी नजर आती है तो इसे डाउनलोड न करें। क्योंकि कई बार मिलते जुलते आइकन से फर्जी ऐप्स तैयार कर लिए जाते हैं।

रिव्यू : रिव्यू किसी भी ऐप या प्रॉडक्ट के लिए उपयोगी जानकारी होती है। यदि ऐप के निगेटिव कमेंट हैं तो भूलकर भी डाउनलोड न करें।



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