जांजगीर-चांपा. 10 रुपए में भरपेट भोजन खाना खाने वालों के के लिए अच्छी खबर नहीं है। अन्नपूर्णा की रसोई अब बंद हो जाएगी। क्योंकि अन्नपूर्णा दाल-भात केंद्रों को खाद्यान्न आवंटन को लेकर केंद्र सरकार ने 19 मार्च को एक आदेश जारी किया है।

आदेश में कहा है कि आगामी वित्तीय वर्ष 2019-20 में खाद्यान्न का आवंटन सिर्फ आश्रम, छात्रावास या शासकीय स्वामित्व वाली संस्थाओं को ही किया जाएगा। आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में संचालित अन्नापूर्णा दाल-भात केन्द्र शासकीय एवं शासकीय स्वामित्व की श्रेणी में नहीं आते, इस वजह से खाद्यान्न का वितरण अब नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार के इस आदेश के बाद 27 मार्च को प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के संचालक अन्बलगन पी ने प्रदेश के सभी खाद्य अधिकारियों को आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी है।

Read More : Video- नामांकन के दौरान कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष मंजू सिंह पुलिस अफसरों पर भड़की, कहा-बेवकूफ समझ रखा है क्या...
खाद्य विभाग द्वारा संचालित दाल-भात केंद्रों को केंद्र सरकार की कोटे से चावल का आवंटन रियायती दरों पर किया जाता था। इन सेंटरों में लोगों को 10 रुपए में एक थाली भोजन मिलता था, पर केंद्र सरकार आदेश के मुताबिक अब रियायती दरों पर चावल का आवंटन नहीं किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस महंगाई में पहले ही दाल-भात सेंटर चलाने वालों को 10 रुपए में भरपेट भोजन देना पड़ रहा था। फिर भी चावल रियायती दर में मिलने से किसी तरह संचालक लोगों को कम दर पर खाना उपलब्ध करा रहे थे, लेकिन अब रियायती दर पर चावल नहीं मिलने से सेंटर संचालकों के सामने दाल-भात केंद्र का संचालन नामुमकिन हो जाएगा। जाहिर है केंद्र बंद हो जाएंगे।

15 सालों से चल रही है योजना
छग के सभी जिले में दाल-भात केंद्र की शुरूआत वर्ष 2004 में की गई थी। जिले में पहले 7 केंद्र संचालित हो रहे थे, लेकिन वर्तमान में शिवरीनारायण, चंद्रपुर, जांजगीर और पामगढ़ में एक-एक केंद्र संचालित है। छग सरकार की ओर से इन सेंटरों को प्रोत्साहित करने के लिए निशुल्क गैस चूल्हे, प्रेशर कुकर के साथ 2 रुपए किलो में प्रति व्यक्ति के हिसाब से 3 सौ ग्राम चावल तथा निशुल्क अमृत नमक दिया जाता है। पहले इन सेंटरों में पांच रुपए में खाना मिलता था, लेकिन जनवरी 2019 के बाद से इसकी कीमत बढ़ाकर 10 रुपए कर दी गई थी।

-एक अप्रैल से दाल-भात केंद्रों को अब खाद्यान्न वितरण नहीं करने का निर्देश राज्य सरकार से आया है। जिले में चार सेंटर संचालित है। प्रति सेंटर 15 क्विंटल की दर से 60 क्विंटल चावल प्रति माह दिया जा रहा था जो एक अप्रैल से अब नहीं दिया जाएगा- मनोज कुमार त्रिपाठी, सहायक खाद्य अधिकारी, जांजगीर-चांपा



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2I0t1Jz
via IFTTT