तकनीक अब हमारे खान-पान के तरीकों को भी प्रभावित कर रही है। अमरीका के मैनहट्टन स्थित जेम्स बियर्ड हाउस में लोग ऐसे खाने का आनंद ले रहे हैं जो दरअसल उनके सामने मौजूद ही नहीं है। अब यह जगह भविष्य के फूड डेस्टिनेशन के रूप में उभर रही है। जेम्स बियर्ड हाउस वर्चुअल रियलिटी एक्सपीरिएंस प्रोग्राम 'एयरोबैंक्वेट्स आरएमएक्स' की मेजबानी कर रहा है। इसमें खाने के साथ तकनीक भी परोसी जा रही है। इस प्रोग्राम में लोगों को डिनर हेडगियर दिया जाता है जो टेबल-कुर्सी पर बैठे-बैठे खूबसूरत नजारे और आभासी खाने का अहसास कराता है। तकनीक की मदद भोजन के बारे में मौलिक समझ को भी बढ़ाता है। यह जादुई दुनिया में होने का अहसास देता है। यह प्रयोग इतालवी कलाकार मटिया कैसलेग्नो, रेस्तरां राइटर रोनी मजूमदार और न्यूयॉर्क के शेफ चिंतन पंड्या की साझेदारी का परिणाम है। तीनों इस प्रयोग के जरिए यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि क्या यही हमारे खाने के तौर-तरीकों का भविष्य है जो आने वाले सालों में हमारे सामने आने वाला है।

इस रेस्तरां में वर्चुअल रियलिटी हेडगियर पहनकर खाना पड़ता है

कैसे होता है हैडगियर से खाना
इसमें डाइनर्स को हैडगियर्स देकर अंधेरे कमरे में घूमने वाली टेबल पर बिठाते हैं। डाइनर्स अपनी उंगलियों को खाने के बर्तनों में लगे सेंसर पर ले जाते हैं। हैडगियर से देखने पर हाथ किसी रोबोट के जैसे दिखते हैं आभास देते हैं कि आप उनका इस्तेमाल कर खाना खा रहे हैं। बर्तन और विभिन्न डिश उड़ते हुए नजर आते हैं।

इस रेस्तरां में वर्चुअल रियलिटी हेडगियर पहनकर खाना पड़ता है

बदलाव है इसकी थीम
इस प्रोग्राम की कोई खास थीम नहीं है। लेकिन यहां के शेफ इसे भविष्य के लिए हमारे आज के खाने-पीने के विकल्पों में बदलाव के रूप में प्रचारित कर रहे हैं। प्रयोग इस बात से भी प्रेरित है कि तकनीक ने हमसे मौसम के अनुसार खाने की आदत को छीन लिया है। स्पेन, कोपेनहेगन और वाशिंगटन में ऐसे रेस्तरां भी हैं जो विज्ञान और वर्चुअल रियलिटी के जरिए मौलीक्यूलर गैस्ट्रोनॉमी फोम, लिक्विड-नाइट्रोजन से बनाए पाचन योग्य डिश भी परोस रहे हैं। इसमें नाइट विजन तकनीक, ऑगमेंटेड रियलिटी तकनीक से बने ड्रिंक्स भी शामिल हैं जिसकी इंद्रधनुषी आभा को मोबाइल ऐप से देख सकते हैं।

इस रेस्तरां में वर्चुअल रियलिटी हेडगियर पहनकर खाना पड़ता है

ऐसे खिलाते हैं खाना
टेबल पर बैठने के बाद डाइनर्स अपनी उंगलियों को वहां रखे खाने के बर्तनों में लगे सेंसर पर ले जाते हैं और अपनी गर्दन को पीछे टिकाते हैं और सात अलग-अलग तरह की डिश जिन्हें एक बार में खाना होता है, पेश की जाती हैं। यहां यह नहीं बताया जाता कि ये सात तरह के खाने कौन-से होंगे। आपके हाथ हैडगियर से देखने पर किसी रोबोट के जैसे दिखते हैं आभास देते हैं कि आप उनका इस्तेमाल कर खाना खा रहे हैं। नीचे देखने पर शरीर का नीचे का हिस्सा गायब हो जाता है। प्लेटें और चम्मच सिर के चारों ओर उड़ते हुए नजर आते हैं लेकिन जैसे ही उन्हें छूने की कोशिश करते हैं वे गायब हो जाते हैं।



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